Home furnishings

घर बनाने के लिए प्रयोग होने वाली मुख्य बस्तुएं


किसी इमारत को बनाने से पूर्व हमें अपनी जेब पर ध्यान देना पड़ता है | किसी भी इमारत को बनाने के लिए उसमें प्रयोग होने वाले सामान में बहुत अधिक खर्च होता है | इसलिए हमें यह पता होना अति आवशयक है कि इमारत को बनाने के लिए हमें क्या क्या वस्तुएं चाहिए | जब हम वस्तुओं को निश्चित कर लें तो फिर उन वस्तुओं की प्रयोग होने वाली मात्रा भी जानना अति आवश्यक है तभी आप अपनी जेब के बारें सोच पाएंगे |

इमारती सामान खरीदते समय कभी कभी हम अधिक महंगी वस्तुओं का चयन कर लेते है लेकिन उन वस्तुओं की आयु बहुत काम होती है जिससे हमारी लागत पुरी तरह बसूल नहीं हो पाती है | जैसे अश्फाल्ट के तख्तों की छत में धातु की लागत से कम लागत आती है लेकिन यदि हम प्रति वर्ष लागत की गणना करें तो धातु के प्रयोग से बनाई गयी छत की प्रति वर्ष लागत बहुत काम होती है | किसी भी ईमारत के जीवंत लागत की गणना करते समय प्राकृतिक प्रकोपों का जोखिम हमेशा रहता है यदि सामान विज्ञापन के अनुसार खरा नहीं उतरा तो यह एक बड़ा जोखिम होता है | इसलिए इन प्राकृतिक परिस्थितियों से होने वाले नुक्सान की भरपाई के लिए होने वाले खर्च को भी ध्यान में रखना चाहिए |

इमारत को बनाने में निम्न लिखित पदार्थों का प्रयोग किया जाता है | 

1.      ईंट और संरचनात्मक खंड :

ईंट मिट्टी से बनाई जाती है | इसको  लिए गीली मिट्टी को एक निर्धारित सांचे में ड़ालकर एक आकर दिया जाता है | बाद में इन ईंटों को धुप में सुखाकर भट्टी में पकाया जाता है | ईंटों का प्रयोग 1000 BC से होता आ रहा है | 

संरचनात्मक खण्डों को उद्योगों से निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थों से बनाया जा सकता है जैसे वात्या भट्टी से निकलने वाला स्लेग अथवा सीमेंट से भी बनाया जा सकता  है | इस तरह के खंडो को आसानी से बाजार  बेचा जा सकता है | 

 

2.      रेत :

 रेत को सीमेंट के साथ मिलाकर गारा बनाया जाता है जिसको चिनाई तथा दीवारों पर पलस्तर करने के लिए प्रयोग किया जाता है | 

 

3.      सीमेंट :

सीमेंट का प्रयोग पदार्थों को आबद्ध करने के लिए किया जाता है | 

 

4.      कंक्रीट :

कंक्रीट गिट्टी तथा सीमेंट का एक सम्मिश्रण होता है | सबसे सामान्य कंक्रीट पोर्टलैंड कंक्रीट सीमेंट होता है जो खनिजों तथा पोर्टलैंड सीमेंट का मिश्रण होता है | 

 

5.      शीशा :

दीवारों तथा खिड़कियों के लिए शीशे का प्रयोग है | आजकर दफ्तरों में शीशे की दीवारों का अत्यधिक प्रचलन है | यह बहुत सुन्दर तथा आकर्षक दीखता है | 

 

6.      धातु :

धातु का प्रयोग इमारत के संरचनात्मक ढाँचे को तैयार करने के लिए पप्रयोग किया जाता है | यह इमारत को मजबूती और लचीलापन दोनों प्रदान करता है | इसके लिए मुख्य तौर पर इस्पात का प्रयोग होता है जैसे TMT | 

 

7.      सिरामिक :

टाइलों का प्रयोग फर्स , दीवारों तथा छत पर बिछाने के लिए किया जाता है | यह अच्छी निष्पन्नता देता है | 

The furnishings of a room or house are the furniture, curtains, carpets, and decorations such as pictures.

Easy Nirman Construction was Never Easy Before Us

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