How to decorate the house?

घर को कैसे सजाएं ?

एक सुन्दर सजा हुआ घर हमें मानसिक रूप से संतुलित रखता है और यह हमारे परिवार के व्यक्तित्व को भी दर्शाता है | इंटीरियर डिज़ाइन विशेषज्ञ तीन बातों को दिमाग में रखकर घर को सजाने की सलाह देते है  - कार्य , मनोदशा तथा  व्यक्तित्व |

घरों को पेंट करने से पहले तथा सुव्यवस्थित करने से पहले इस बात पर सोचना चाहिए कि आपका परिवार और आप कैसे रहते है | आसपास के घरों  से  वस्तुओँ के बारें में जानकारी एकत्र करें जिससे आपको अच्छा लगता है |

अधिक जानकारी के लिए कृपया नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें-

https://www.youtube.com/watch?v=7l-T-j8tI8c

https://www.youtube.com/watch?v=t-ypy_C_gKc

1.     
कार्य
:

घर या कमरे को सिर्फ आँखों को अच्छा लगने के लिए नहीं सजाया जाता बल्कि यह कमरे को आपके लिए कार्य करे इसलिए इसे सजाया जाता है | इसके करने के निम्नलिखित उपाय हैं | 

·        केंद्र बिंदु :

कभी कभी कमरे में प्राकृतिक केंद्र बिंदु होता है जहाँ पर आपकी नजर तुरंत चली जाती है | यदि किसी कमरे में ऐसा नहीं है तो उसे रंगों तथा कलाकृतियों से इस तरह का केंद्र बिंदु बनाना चाहिए | केंद्र बिंदु आपकी अपनी जरूरत के  बनाया जाता है जैसे किताबों की अलमारी या फिर बच्चों के खेलने की जगह | बच्चों के लिए खिड़की |

·        फर्नीचर :

 यह किसी कमरे की सजावट का सबसे महत्वपूर्ण भाग होता है | यह आपकी तथा कमरे की जरूरत के अनुसार न तो बड़ा होना चाहिए न छोटा होना चाहिए | यदि ऐसा है तो उसे बेचकर नया फर्नीचर लेकर आइए | फर्नीचर के अंतर्गत बिस्तर अलमारी टेबल लैंप इत्यादि आते हैं | 

 

·        प्रकाश :

प्रकाश आपकी तथा कमरे की जरूरत के हिसाब चुनना चाहिए | हर तरह के  कार्य के लिए एक निर्धारित प्रकाश की  जरूरत होती है | 

क्र. 

स्थान

कार्यशैली 

प्रकाश (LUX)

1

रसोईघर

सामान्य

150-200

काउंटर

250-400

2

बैडरूम

सामान्य

100-200

कार्यक्षेत्र

300-400

3

स्नानागार

सामान्य

100-200

कार्यक्षेत्र

300-400

4

बैठक

सामान्य

100-200

कार्यक्षेत्र

300-400

5

TV वाला कमरा

सामान्य

150-400

6

भोजन कक्ष , 

सामान्य

100-200

 

2.      मूड :

अपने मूड के हिसाब से कमरे का  मजमून तय करना चाहिए जैसे संगीत कक्ष , अध्ययन कक्ष | हमें हमेशा हमारी जरूरत के हिसाब से प्रेरणादायक सजावट करनी चाहिए | 

·        प्रेरणा स्त्रोत :

सजावटी तकिया किसी मैगज़ीन का चित्र , पेंटिंग फूलों के गुलदस्ते , एक सुन्दर घड़ी इत्यादि प्रेरणा के स्त्रोत हो सकते है | 

 

·        विषय :

जैसे वनस्पति बाग़ जिसमें अलग अलग वस्तुओं को अलग अलग उपमा दी जा सकती है जैसे फूलों के नाम : - सबसे प्यारी वस्तु को  गुलाब या  कुछ और | 

 

·        रंग :

रंग विषय को दर्शना चाहिए | सामान्य तौर पर 3 तरह के रंगो का प्रयोग करना चाहिए | प्रभावी रंग - दीवार पर लगाना चाहिए , गौण रंग - कारपेट तथा कपड़ों का होना चाहिए , एक्सेंट रंग - जो हमारे अंदर ऊर्जा का प्रभाव करते है | 

3.      व्यक्तित्व :

 अपने व्यक्तित्व को परिभाषित करने के लिए कई  तरीके अपनाये जा सकते है | जैसे ख़ास फोटोफ्रेम , ख़ास पेंटिंग तथा गुलदस्ते छत पर ख़ास तरह की दीवारों से अलग इत्यादि | 

Home decoration refers to the art and science of making an internal and external space more attractive and functionally useful for its residents.

Easy Nirman Construction was Never Easy Before Us

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